अगर मैं फौजी बन गया
मेरे जीवन का एक लक्ष्य सैनिक बनना है। अगर मैं फौजी बन जाऊं तो बहुत अच्छा होगा। अधिकांश छात्र बड़े होने पर डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर, शिक्षक आदि बनने का सपना देखते हैं। लेकिन मेरा सपना फौजी बनने का है। मैं बचपन से ही देश के लिए कुछ करना चाहता था। जब मैं प्राथमिक विद्यालय में था तब से मेरे पिता मुझसे कहा करते थे कि तुम्हें देश के लिए कुछ करना है।
आज हमारे देश में अनेक समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। हर दिन कोई न कोई समस्या दुश्मन देशों के कारण उत्पन्न हो रही है और इसके लिए हमारे देश के जवान हमेशा प्रयासरत रहते हैं। यदि मैं भी सैनिक होता तो अपने प्राणों की आहुति दिए बिना देश की रक्षा के लिए लड़ता। मैंने देश को होने वाले नुकसान को रोकने की पूरी कोशिश की होगी। देश के जवान पर पूरे देश की जिम्मेदारी होती है। एक फौजी ही देश की भलाई के लिए काम करता है।
अगर मैं फौजी ही रहता तो बहुत दिनों तक अपने परिवार से दूर रहता। लेकिन मुझे इस बात का बिल्कुल भी दुख नहीं होता। क्योंकि अगर मैं अपने देश की सुरक्षा के लिए घर से दूर चला गया होता, तो मेरा परिवार दुखी होने के बजाय गौरवान्वित होता। वे सभी खुश होते कि मैं देश के लिए कुछ कर रहा हूं। अपनी बिरादरी से दूर भी रहता तो अलग-अलग जगहों के फौजी दोस्तों से दोस्ती करता।
यदि मैं सैनिक बना रहता तो सभी लोग मेरा सम्मान करते। मैं जब भी ड्यूटी से घर आता तो गांव के सभी लोगों ने उत्साह से मेरा स्वागत किया। इस तरह फौजी बनाकर मैं अपना और अपने परिवार का नाम रौशन करता। हमारे देश में कई ऐसे जवान हैं जो देश की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करते हैं। उन्हीं जवानों की तरह देश की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा देता।
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Source: Internet
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