विज्ञान एक अभिशाप या वरदान है
आज विज्ञान का व्यापक रूप से हर क्षेत्र में उपयोग किया जाता है। विज्ञान को यदि वरदान के रूप में देखा जाए तो इसने मानव कल्याण के अनेक साधन प्रदान किए हैं। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक हमारी सारी गतिविधियाँ विज्ञान द्वारा नियंत्रित होती हैं। बिजली की खोज विज्ञान की एक महत्वपूर्ण खोज है। विद्युत के दैनिक जीवन में अनेक उपयोग हैं। कपड़े धोना, प्रेस करना, खाना पकाना, सर्दी में गर्म पानी देना, गर्मी में ठंडी हवा देना आदि सभी औद्योगिक उन्नति विज्ञान द्वारा पैदा की गई बिजली से संभव हुई है।
विज्ञान ने हमें कई सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। विज्ञान में प्रगति ने मानव प्रदर्शन में वृद्धि की है। विज्ञान की प्रगति ने उस काम को करना संभव बना दिया है जो पहले घंटों में किया जाता था। लेकिन विज्ञान और सुख-सुविधाओं को जितना उपलब्ध कराया गया है, उसके दुष्परिणामों का सामना पूरी दुनिया को करना पड़ रहा है। ऐसे में समाज के सामने यह सवाल है कि विज्ञान मानव जीवन के लिए वरदान है या अभिशाप?
परिवहन के क्षेत्र में विज्ञान द्वारा की गई खोजें प्रशंसनीय हैं। रेल, हवाईजहाज, मोटर कार, बस, मोटरसाइकिल आदि यातायात के साधनों के कारण आज मनुष्य कुछ ही घंटों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच जाता है। इतना ही नहीं, अंतरिक्ष यान की मदद से मनुष्य दूसरे ग्रहों पर भी पहुंचा है। सूचना संचार के क्षेत्र में विज्ञान की उपलब्धि उल्लेखनीय है। विज्ञान के कारण रेडियो, टेलीविजन, मोबाइल आदि संसाधनों का प्रयोग करके सूचनाओं को कुछ ही क्षणों में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाया जाता है। इसके अलावा कृषि, उद्योग, दंड और मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान का बहुत महत्व है।
कहा जाता है कि किसी भी सिक्के के दो पहलू होते हैं, जैसे विज्ञान के अपने फायदे हैं वैसे ही इसके नुकसान भी हैं। विज्ञान ने मनुष्य के हाथ में बहुत अधिक शक्ति रख दी है। इसके उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसलिए आज पूरे विश्व में कुबुद्धि लोग विज्ञान का उपयोग अपने स्वार्थ के लिए कर रहे हैं।
इसका ताजा उदाहरण द्वितीय विश्व युद्ध है। इस विश्व युद्ध के अंत में, अमेरिका ने जापानी शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए। इसके कारण बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे। इसके अलावा, आतंकवादी विचारक पूरी दुनिया में विज्ञान द्वारा उपलब्ध कराए गए हथियारों का इस्तेमाल कर लोगों की हत्या कर रहे हैं। विज्ञान द्वारा बनाए गए परमाणुओं में संपूर्ण ब्रह्मांड को नष्ट करने की शक्ति है।
विज्ञान का वास्तविक फोकस मानव हित और मानव कल्याण है। इसलिए आज आवश्यकता है कि अधिक से अधिक लोगों को विज्ञान के लाभों के बारे में जागरूक किया जाए। विज्ञान दिवस एवं अन्य दिवसों पर गोष्ठी, भाषण एवं विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों को विज्ञान के उचित उपयोग एवं महत्व की शिक्षा दी जानी चाहिए।
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Source: Internet
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